झुमरत छत्तीसगढ़

-: झुमरत छत्तीसगढ़ :-

हमर छत्तीसगढ़ के माटी कतका महान हे अऊ ए माटी म हम जनम लेवईया मन अपन भाग ल सेहराथन ! हमर छत्तीसगढ़ म धान के उपज बड़ होथे, ते पाय के ऐला " धान के कटोरा " घलो कईथैं ! धान अतका होथे के हमर सरकार ह छत्तीसगढ़ के अमीर धरती के गरीब मईनखे मन ल दू रूपिया किलो म चाऊंर देथे ! ए चाऊंर ल पाके हम गरीब छत्तीसगढ़िया मन खुसी म बड़ झुमरत हन ! इहां के खेती ह बरसा के थेघा म होथे, बरसा नई होही त कटोरा म धान घलो नई बांचही ! मानसून आथे पानी बरसथे त इहां के रूख-राई, खेतिखार अऊ किसान मन ददरिया गा-गा के झुमरे लागथें ! 
                    ए झुमराई के गोठ म मोर मन अऊ मोर बिचार ह, आज के "झुमरत छत्तीसगढ़" ल निहार के देखे लागत हे ! भाई-बहिनी हो ए झुमराई ह अईसन-वईसन झुमराई नोहय, थोकन चेत ल लमावव ! थोर दिन पहिली फिलिम आय रहीस "उड़ता पंजाब" , ए फिलिम पंजाब के जवान-जवान लईका मन के खुवार होवत जिनगी के कहानी उपर बने हे ! जे कहानी म फिलिमकार मन बताईन की पंजाब म नसाखोरी के जाला कईसे बगरे हे अऊ ऊहू नसा के समान ह पंजाब म बिदेस ल आथे ! 
अब गुनव के पंजाब के नेह म महुरा डार के मतवा डारे हें, उहां के भभिस गढ़ईया लईका मन बिन पंख लगाये उड़ावत हें ते पाय के "उड़ता पंजाब" बनीस ! अब हमर छत्तीसगढ़ कोती चेत ल बहुरावव, बने असन निटोर के देखव अऊ परखव ! "उड़ता पंजाब" जईसन हमर छत्तीसगढ़ घलो झुमरत हे, ते पाय के ए लेख ल "झुमरत छत्तीसगढ़" नाव दे हवं ! छत्तीसगढ़िया भाई-बहिनी हो छत्तीसगढ़ के नेह म घलो मंद,माखुर,चोंगी,गुटका,
गांजा के जहर-महुरा ल सिंच डारे हें ! हमरो लोग-लईका मन के जिनगी खुवार होवत हे, इहां जवान तव जवान सियान घलो मन नई बांचे हें लईका मन घलो लपटावत हें ! छत्तीसगढ़ म जगा-जगा दारू के ठेका ले हें, आहाता खोले हें ! गांव-गांव म पचीस पांव दुरिहा नई जाय पाबे ठेला मन म दारू बेंचावत हे ! सरकार ह गुटका नसा म रोक लगाय हे सुनई परे रहिस, फेर ओहू ह चोरीलुका बेंचावत हे !
दारू ल पिके छत्तीसगढ़िया मन कभू ए मेरा कभू ओ मेरा झुमरत हें, कभू-कभू तव नाली ढ़ोरका म परे रथें अऊ कुकुर देवता ह पानी रिको के चल देथे अऊ बपुरा मन ल गम घलो नई लागय ! घर म जाके झगरा-ठेनी करे लागथें परिवारिक जीवन के घलो हाल बेहाल हे, लईका के पढ़े बर इसकुल फिस भले झन होवय फेर दारू पिये बर पईसा चाही, गोसईन के पहिरे बर लुगरा झन होवय फेर दारू बर पईसा होना, सहर होय चाहे गांव सबे जगा इही हाल हे !
               एकठन बात चेत आगे थोर दिन पहिली 30-05-2016 दिन सम्मार के तेलीबांधा म सबले बड़े ऊंच तिरंगा झण्डा ल देखे गये रहेवं फेर ओ दिन तिरंगा झंडा के कोर-कोर ह चिरागे रहिस ! त नवा लगाय बर निकाल डरे रहिन ओला नई देख पायेवं, मोर आँखी ह एकझन टुरा कोती गीस ! जेन ह तरिया के पानी तीर पखरा म बईठे रहिस अऊ मार अईंठत-गोईंठत रहीस , मोला लागिस ओकर तबियत ठीक नई होही ! फेर मोर नजर ओकर हांथ म रखे रूमाल उपर गीस मैं फट्टे समझ घलेवं मन म कहेवं भईगे रे कलंख,दोखहा ! ओ ह एकर सेतिर मुहं तीर रूमाल ल लगाके अईंठत-गोईंठत रहिस ओखर रूमाल म बोमफिक्स, सिलोसन के लेप लगे रहीस जेला घेरी-बेरी सुंघ-सुंघ के ओकर ओईसन झुमरत हाल रहीस ! ए नसा ह आज के नवा लईकामन म बड़ चलत हे अईसन नसा करईया तरिया,नंदिया,बस इसटेसन, रेलवे इसटेसन म पाय जाथैं ! अईसन नसा म चेत ल बिचेत होके झुमरत रईथैं अब कईसे नई कईबे " झुमरत छत्तीसगढ़ " !
हमर छत्तीसगढ़ म कई परकार के नसा के बाढ़ ल बरो दे हावंय दारू,गांजा,गुटका,माखूर अब सिलोसन के घलो नसा करथैं अऊ इही नसा के राहत ले सब झुमरत हें ! ए झुमरई ह जादातर बाबुपिला म हे फेर एकठन अऊ नसा हे, जेमा बाबु पिला अऊ माईलोगिन जम्मों झुमरत हें !एकर नाव म "घिंसत छत्तीसगढ़" कईबो तभो फब जाही ओ नसा के नाव गुड़ाखूर हे , का पता का-का छाप के बनथे ? छत्तीसगढ़ म ए गुड़ाखुर ह 60-75% घर म होही गांव छेत्र म, गुड़ाखूर ल घसर-घसर बाबूपिला अऊ माईलोकिन जम्मो झुमरत हें !

      नई दुनिया 25 जून 2015 म दे रहिस के पुरा भारत म 7.3 करोड़ मईनखे मन नसा करथैं , अऊ एमा के 70 फिसदी मन ल एकर चुलुक लाग गे हावय !
बैस्विक इसतर म 500 बिलियन डॉलर अवैध नसा के आंकड़ा पार कर डरे हे !
26 जून ल अन्तर्राष्ट्रिय नसा निवारन दिवस मनाय जाथे, जेला संयुक्त राष्ट्र संघ ह अपन सहमती म 1987 ले सबो जगा दुनिया भर म नसा बिरोधी कार्यकरम करवाथे !

जागरण 10 नवम्बर 2014 : नसाखोरी के कारन आत्महत्या ह बाढ़त हे 2003 ले 2013 के बीच म 149 फिसदी रहीस ! समाजिकयाय अऊ अधिकारित्मंत्रालय के आंकड़ा 34 लाख नसाखोरी ले पिड़ित ! 25426 नसा के चुलुक लगे के कारन पिछले 10 साल ले आत्महत्या करईया मन के संख्या !

देश बंधु 31 दिसम्बर 2010 : रायपुर परदेस के राजस्व बढ़ाय बर राज्य सरकार नवा-नवा दारू दुकान ल हरियर झंड़ा देखावत जात हे ! छत्तीसगढ़ सराब बिरोधी मंच ह सराब बिरोध म जनयात्रा करीस जेमा ओ ह बताईस 80 फिसदी मन नसाखोर होगे हें अऊ हर महिना 8400 मईनखे मरथैं नसा के कारन ! परदेस भर म नसा के कारन 3365 ले जादा टुरी मन संग असलील हरकत अऊ बलत्कार होथे ! ए आंकड़ा मन कतको पहिली के आयं अब तव अऊ बाढ़ गे होही !  पुरा भारत म सराब म पाबंदी लगाय राज्य पंजाब,बिहार,
दिल्ली,त्रिपुरा,मेघालय,असम,नागालैंड,अरूणाचल परदेस,मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम !
               अईसन नसा के आगी म हमर छत्तीसगढ़ अऊ छत्तीसगढ़िया मन जर-भुंजाके राख हो जाबोन ! हमर गरीबी के परमुख कारन ए नसाखोरी हर आय, चुनाव के बेरा म तव दारू के नंदिया बोहाथे ! चुनाव बखत जम्मों छत्तीसगढ़ ह सिरतोन म झुमरथे अऊ झुमरत-झुमरत अपन बोट ल बेंच घलो डारथे ! ए नसा के कारन हम छत्तीसगढ़िया मन म सुनता-सलाव घलो नई माढ़त हे बड़ दुख लागथे " झुमरत छत्तीसगढ़ " ल देख के !
कुछ दिन पहिली सुनाई परिस बिहार सरकार ह इही नसा के आगी म भुंजाय ल अपन जनता ल बचाय बर नसाखोरी सराब म परतिबंध लगा दिस ! अब छत्तीसगढ़ म भी वो बेरा आगे हे की छत्तीसगढ़ के जनता मन सरकार के मुंह ताकत हें कब छत्तीसगढ़ ल नसा मुक्त राज्य बनाही अईसन करना बहूंत बड़े बात आय जेकर म साहंस हे तेने करही, का वर्तमान सरकार अईसन बिड़ा उठा सकत हे के छत्तीसगढ़ ल नसा मुक्त बनाय बर या फेर अवईया चुनाव म नवा सरकार आही कहूं त हो पाही का ?  हम तो वर्तमान सरकार  ल मांग करत हन के छत्तीसगढ़ ल नसामुक्त राज्य घोसित करके अपन खाता म जस के काम लिखवा लय, अऊ भारत के पहिला नसामुक्त राज्य बनाय के गौरव पा लय ! आज के " झुमरत छत्तीसगढ़ " ल    ओही धान के कटोरा खुसहाल छत्तीसगढ़ बना दय !
©©©©©©©©©©
असकरन दास जोगी
ग्राम-डोंड़की ( बिल्हा )
मो.नं. 9770591174

Comments

Popular posts from this blog

दिव्य दर्शन : गिरौदपुरी धाम(छत्तीसगढ़)

पंथी विश्व का सबसे तेज नृत्य( एक विराट दर्शन )

अन्तस होता मौन जब