मृत्यु-2
मेरे मित्र केजूराम जोल्हे जी को विनम्र श्रद्दांजलि
05 मई 2019
*#मृत्यु_2*
मृत्यु कितना सरल है
जीवन बहुत कठिन
मृत्यु संकेत करती है
किन्तु बतलाकर नहीं आती
और...
जो रोते हुए आते हैं
वे सबको रूलाकर
चले जाते हैं
मृत्यु कई इच्छाओं को
हृदय में दफ़न कर देती है
और देखते ही देखते
हमारे शरीर को
धरती में दफ़न होने के लिए
निष्प्राण कर जाती है
मृत्यु जब हमें अपनाती है
परिवार,मित्र सारे सम्बंध
हमें तोड़ना पड़ता है
क्योंकि उसके साथ चलना है हमें
परंतु....
आगे क्या होगा ?
कोई नहीं जानता
मृत्यु एक सुन्दरी है
जो अप्सरा से अति सुन्दर
और इन्द्राणी से कम नहीं
सुनो...
यह हमें अपनाने का
छल करके
हमसे हमारा
जीवन छीन लेती है !
*#असकरन_दास_जोगी*
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