युध्द का माहौल
*#युध्द_का_माहौल ?*
स्टेप्लर में
पीन डालना भी अब
ए.के.47 में
गोली डालने जैसा लगता है
युध्द का ऐसा माहौल
बना या बनाया गया ?
जो स्कूल के खिड़की को भी
तोड़कर ले जाते हैं
ऐसे लोग देशभक्त बन रहे हैं
और अंदर से चूहे
आज बाहर से
सैनिक नज़र आते हैं
सुनो किसी ने
यह अनुभव किया क्या ?
जब अचानक
आजकल बादलों से
बिजली कड़कती है तो
साला लो अब
परमाणु या हाईड्रोजन गिरा
ऐसा लगता है
और हम
उससे निपटने के लिए
कढ़ाई और गुलेल
लेकर निकल पड़ते हैं
सच कहूँ तो
एक कमजोरी दिखा रहा है
दूसरा मजबूती
लेकिन दो पाटन के बीच में
हमारी सेना पीसी जा रही है
ये दो पाटन
एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं |
*#रचनाकार_असकरन_दास_जोगी*
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