सानिध्यता

*#सानिध्यता*

मुझे त्याग किसी और से
मेरी दशा न पूछना
अन्यथा...
दिखावे में दम नहीं रहेगा

मन में प्रसुप्त
हो ही नहीं सकता
स्मृति की
यह ज्वालामुखी
अंतस क्रोड है
और...
परिस्थिति क्रेटर

भरसक प्रयत्न करूँगा
मुस्कुराते रहने की
कैसे हट पाऊँगा मैं
मर्मांतक पीड़ा से
क्या पता...
लावा कब फूट पड़े

खण्डित साधना लेकर
महिमामण्डित
हो ही नहीं सकता
सुनो...
सधा साधक
गलती से भी न कहना

नैन का
जो त्राटक बना है
केन्द्र पर
कैसे अनुरक्त होगा
अतनू...
सानिध्यता से |

*#असकरन_दास_जोगी*

Comments

Popular posts from this blog

दिव्य दर्शन : गिरौदपुरी धाम(छत्तीसगढ़)

पंथी विश्व का सबसे तेज नृत्य( एक विराट दर्शन )

अन्तस होता मौन जब