समीक्षा तो जरूर करेंगे
*#समीक्षा_तो_जरूर_करेंगे*
हम किसी के
झण्डाबरदार नही
शायद यही कारण हो
हमें हर कोई
अपना विरोधी समझता है
समोसे
जेब के पैसों से
कहीं भी खरीद सकते हैं
किसी पार्टी का
टाटपट्टी बिछाकर,उठाकर खाना
अच्छा नहीं लगता
आज कल
कपड़े के रंगों को
विचारों की
पहचान बताई जाती है
देख लो
विद्वता बढ़ जो गई है
विचारों की समानता होने से
गलत का
समर्थन तो नहीं कर सकते
सुनो...
हाँ में हाँ मिलाना
हमें नहीं आता
जयकारे लगाते घूमना
पक्ष-विपक्ष करते रहना
हमें तो भाता ही नही
हम निरपेक्षता वाले हैं
समीक्षा तो जरूर करेंगे |
*#असकरन_दास_जोगी*
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