वे वे खुश हैं उन्हें टेंडर जो मिला है इस दिवाली उनके कम्पनी उनके परिजनों का चमकता-दमका चेहरा होगा हम और हमारा राष्ट्र बहुत गर्व महसूस कर रहे हैं आसमान को छुता हुआ 182मी. विश्व में सबसे ऊँची मुर्ति सरदार जी खड़े हैं क्या यह...भारत का पुरूषार्थ है ? हम देशभक्त हैं ! हमें मेड इन इंडिया नही मेक इन इंडिया चाहिए हम स्थापित करवाकर हर्षित हैं और वे... अपने कौंशल का डंका बजाकर सुनो...नाम तो दोनो का होगा वे बोल रहे थे आह ! लगेगी और आरोप भी लगा रहे थे छोड़ो ये तो ऐसे ही होते हैं गरीब जो हैं..कुछ भी बोल देते हैं इन्हें विकास दिखता नहीं दिखता है तो सिर्फ... अपना ज़मीन और अपना मुआवज़ा वे सिध्दांतो से खरे थे 562 रियासतों को जोड़े थे तब इंडिया और लौहपुरूष बना था आज घर उजड़े हैं ज़मीनें अधिग्रहण किए गए दुष्ट और मित्रों को लाभ देकर उनके सिध्दांतों को रौंदकर स्टेच्यू ऑफ यूनिटी खड़ा है | असकरन दास जोगी #फोटो शोसल मिडिया से प्राप्त