राजहंस अप्रतिम अद्वितीय हो मानसरोवर के वासी हो मैने कभी देखा नहीं सुना है मोती चुगते हो ? आत्मा के प्रतीक हो जोड़ो में जब रहते दाम्पत्य का पर्याय हो ऐसा बहुतों ने पढ़ा है क...
चित्रकार का चमत्कार दवाई और रोटी इसके मेहनताने से मिलेगा घर में छोटे बच्चे राह देख रहे हैं कोई चौंकना नहीं कुछ नया नहीं है इस परिस्थिति में लाखों लोग हैं कल्पना से सत्य गढ...
नंगाके रहिबो हक तुँहर राजनीति तुँहरे म घुसेड़ देबो समोसा खाके अब दरी नइ उठावन तुमन बाहिर ले आके हमर हितवा हमर नेता बनथव हमर अधिकार हमर सम्मान सब ल लुटथव जात धरम के नाँव म ह...
तनहाई कोई अब साथ नहीं किससे राज़ बेपर्दा करूँ हसरतें हजार है पर वसन्त की बहार भी तो नहीं मेरी वेदनाओं को मेरे शब्दों को समझने कोई तैयार कहाँ आँखें सूखी हैं ह्रदय रो रहा है यहाँ चारो तरफ शांति पसरा है खुरखुराहट आसानी से कानों तक पहुँचती है कम ही लोग यहाँ आते हैं मैं मरघट में उन यादों की जमघट लगाया हूँ जो मेरे पास है वह आश और मेरी तनहाई है ! असकरन दास जोगी
यहाँ राजतंत्र है त्राहि त्राहि चहुँ ओर है बंदर बना शासक करता करतब घनघोर है दमन पे दमन अंतर्मन से निकलती आह ! सेना किसान नारी अस्मिता बनती जा रहे हैं दाह सत्ता का नियंत्रण न...