मेरे अंदर भी है शैतान

*मेरे अंदर भी है शैतान*

जो दिखता हूँ
वह नही हूँ
जो हूँ
वह दिखता नही
एक सिक्के के
दो पहलू
कौन कहेगा
मुझे भगवान
पर
मेरे अंदर भी है शैतान...1

किसी के लिए
अच्छा कर
जाता हूँ
तो किसी के लिए
बुरा
अपनी बातों को मनवाने
जिद पे अँड़ जाता हूँ
मत हो हैरान
मेरे अंदर भी है शैतान...2

नटखट हूँ
बचपन से
छोटा-बड़ा
सबसे
कर लेता हूँ मजाक
तब आभास
नही था
बड़े कहते थे चूप शैतान
आज ज्ञात हुआ
मेरे अंदर भी है शैतान...3

क्रोध पे
मेरा भी नियंत्रण
नही रहता
कभी नासमझी में
अकस्मात्
भड़क जाता हूँ
मुझे पहचानो
न रहो मुझसे अंजान
मेरे अंदर भी है शैतान...4

लोभ,काम
इनसे भी हूँ
मैं प्रभावित
अलौकिक नही
मैं भी तो हूँ
लौकिक
कोई विशेष नही
साधारण सा हूँ इंसान
पर
मेरे अंदर भी है शैतान...5

*असकरन दास जोगी*
मो. 9340031332
www.antaskegoth.blogspot.com

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