स्वराज कब आही
*स्वराज कब आही*
जागव जानव घर के हाल संगी !
काबर राखे हव रे मन मतंगी !!
पुरखा हमर सपना के नेह खने !
अठरा बच्छर होगे ग राज बने !!
छँटगे कुहरा रौनिया कब छाही !
छत्तीसगढ़िया स्वराज कब आही !!1!!
देहन बली आजादी के जुध्द म !
मरथन सबो जात-पात के क्रुध्द म !!
कांग्रेस अउ भाजपा राज करथैं !
हमला बाँटत मन मा बीख भरथैं !!
हँड़पे सत्ता नंगा कोन लाही !
छत्तीसगढ़िया स्वराज कब आही !!2!!
लूटावत हवै धान खाँड़ी-खाँड़ी !
मिलत नइहे हमला आड़ी-काड़ी !!
परदेशिया चले गोंदा बिछौना !
लालच के राखे जब्बड़ छतौना !!
करिया अंग्रेज ला कोन भगाही !
छत्तीसगढ़िया स्वराज कब आही !!3!!
होगे छलनी छत्तीसगढ़ छाती !
रोवत बबा बेरोजगार नाती !!
आउटसोर्सिंग के केत बड़ करिया !
लूटत हें मिलके खेत अउ परिया !!
पीभ चूहत घाँव दवा कब पाही !
छ्त्तीसगढ़िया स्वराज कब आही !!4!!
भाखा संस्कृति मरत परान नइहे !
महापुरुष मनके रे मान नइहे !!
गरीब के सुनवाई खोजवँ इहाँ !
परदेशिया मन धरे सत्ता जिहाँ !!
सत्य धरम के राज कोन लखाही !
छत्तीसगढ़िया स्वराज कब आही !!5!!
गरम लहू आय तुँहर धून पानी !
परदेशिया डहैं सहव मनमानी !!
सिहावा उठालव जगावव ऊर्जा !
महानदी फर्कात पूर्जा-पूर्जा !!
जागव जम्मों क्रांत्ति कोन कराही !
छत्तीसगढ़िया स्वराज कब आही !!6!!
*रचनाकार:असकरन दास जोगी*
मो. 9340031332
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