हम-दोनों-10
*#हम-दोनों-10*
बड़बोला कुछ बोलेगा नहीं
किसी से भी
अनुदेशों का
कद्र के साथ पालन होगा
किन्तु हमेंशा प्रत्येक आदेश को
शिरोधार्य नहीं कर सकता
चिन्हित ही स्वीकार होगा
जो मुझको मैं बनाये रखे
कुछ परिवर्तनों का
त्याग होगा
जो मुझको
माया में लेकर आया था
सुनो...
बाध्यता आवश्यक नहीं है
हम-दोनों से जुड़ी
अभिलाषाओं को
मैं जीवित रखूँगा
अपने मन,हृदय
और अन्तरात्मा में
देख लेना...
जहाँ भी मेरा नाम आयेगा
वहाँ जिक्र आपका होगा ही
लोग पहचानेंगे तो नहीं
लेकिन
अपरिचित भी तो
नहीं रहेंगे आपसे
सुनों...
मेरे शब्दों में
आपका व्यक्तित्व प्रदर्शित होगा
और किसी न किसी से
किसी दिन
जरूर आप कहेंगी
के... यह मैं हूँ
वक्त ने मिलाया
और वक्त ने ही
जुदा किया
हम-दोनों ने एक दूसरे को
धोखा नहीं दिया
अनुराग अब भी है
हम-दोनों में |
*#असकरन_दास_जोगी*
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