तहीं बता?

*तहीं बता ?*

कभू आते
वीणा के
तार ल टोर के
ए गरीब के
कुरिया म
देख इहाँ
अशिक्षा के
अंधियार भरे हे
इहाँ सोन के
कलश नहीं
माटी के दीया बरथे
कतको होवत
तोर भजन
फेर दर्शन बर
हमर जीव जरथे
हमर अँगना म
सरोवर नइहे
पिछोत म
गटर के नाली हे
तहीं बता
कहाँ उतरही
तोर हंस
देवी हस
त दिव्यता देखा
हमर जुग्गी-झोपड़ी ले
अशिक्षा भगा
कइसन बसंत
जेन सब बर आथे
तहीं बता
हमर जिनगी म शिक्षा
काबर नइ
आ पात हे...?

*असकरन दास जोगी*

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