जन्मदिन

*#जन्मदिन*

सुना है
बच्चा जब माँ से पुछता है
हम कैसे हुए ?
तब माँ कहती है
स्वर्ग से एक देव दूत आया
जिसने आपको
श्वेत कमल में
ढंक कर लाया
और हमारे गोद में छोड़ दिया
परंतु सच में ऐसा होता नही....

वही जन्मदिन कई वर्षों में
कई बार, बार-बार आता है
अब तक
बच्चे को जन्म का रहस्य
ज्ञात भी हो जाता है
अब माँ उसे कहानी नहीं सुनाती
खीर,हलवा,पुड़ी,चॉकलेट और केक खिलाती है.....

परिवार वाले
रिश्तेदार,मित्र
और कुछ विशेष लोग
कई दिनों पहले से तैयारी कर
जन्मदिन की हार्दिक बधाई
और शुभकामनाएं देते हैं
साथ में उपहार भी
घर में, मॉल में या फिर
हॉटल में पार्टियाँ होती हैं
यह वक्त बहुत ही खुशी का होता है
लेकिन बहुत लोग मनाते हैं बहुत लोग नही मनाते...

जन्मदिन
प्रत्येक व्यक्ति के लिए
बहुत महत्वपूर्ण होता है
वास्तव में कहें तो
यह मुल्यांकन या समीक्षा
का वक्त होता है
10 वाले आनंद उठाते हैं
मैं बड़ा हो रहा हूँ...
इन्हें पता थोड़ी है
उम्र घट रही है
18 से 20 वाले यह तय करते हैं
हमें अब क्या करना है
30 से 40 वाले
पीछे सोंचकर आगे क्या पाना है
इसकी योजना तैयार कर
दौंड़ भाग में लगे रहते हैं
60 से ऊपर वाले
यही सोंचते हैं
क्या खोया क्या पाया ?
और क्या मिल जाए ?
अब जिंदगी कितने दिन की है ?....

वैसे जो जन्मदिन मनाते हैं
उन्हें
हमारी ओर से
हार्दिक बधाई एवं अनन्य शुभकामनाएँ
जो नहीं जानते या नहीं मनाते
उनके लिए शुभकामनाएँ
जिन्दगी खट्टी-मीठी होती है
इसका स्वाद लेते रहें .....|

*#असकरन_दास_जोगी*

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