साँप सूँघ जाता है

*साँप सूँघ जाता है*

आप प्रेम लिखेंगे
तो लोग
प्रसन्न होंगे
हास्य लिखेंगे
तो ठहाके
लगायेंगे
फेसबुक
और
वाट्सएप्प पर
लाईक
और
कमेंट ही कमेंट
होगा
किन्तु
जब आप
क्रांति लिखेंगे
लोग शांत रहेंगे
न कोई लाईक होगा
और न ही
कोई कमेंट
क्योंकि
क्रांति की बात
आते ही
लोगों को
साँप सूँघ जाता है....?

*असकरन दास जोगी*

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