एकांत
*#एकांत*
अपने आप को
एकांत वास पर रखो
जहाँ अंधेरा नहीं
बल्कि एक केन्द्रित प्रकाश हो
एकांत जैसा अथाह नहीं
जब आप शांत हैं
एकांत जैसा भयावह नहीं
जब आप विचलित हैं
पता है...?
एकांत का अर्थ
स्वयं के संगत में रहना
हमें अवसर देता है
स्वयं को देखने का
स्वयं को सुनने का
खुद से ही खुद
बात करने का
कभी महसूस करना...
जब हम दुनिया से ऊब जाते हैं
अपनी ओर लौटते हैं
तब चारो तरफ
सिर्फ हम ही हम होते हैं
और यही एकांत है
एकांत रहते हैं
अर्थात्
अपनी वेदनाओं और दोषों को
नष्ट करने में लगे हैं
और इसी एकांत की
शांति में
आप अपने आत्म शुध्दिकरण को
प्रबलता से परिणाम देते हैं
इस एकांत से प्रेम करो
क्योंकि यह आपका साथ
नहीं छोड़ सकता
और भींड़ के खो जाने पर
जीवन में कभी भी
कमजोर नहीं होने देगा |
*#असकरन_दास_जोगी*
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