सुन्दरी
#सुन्दरी
श्यामल धवल दो रंग में 
यह तन 
आकर्षण का केन्द्र है 
तुम्हें नज़रअंदाज़ 
बिल्कुल भी 
नहीं किया जा सकता
और हाँ 
ये जो गेहुँआ रंग है न 
तुम्हारे छवि पर 
अद्भुत सौन्दर्य को बढ़ाती है 
तुम्हें देखने पर 
देखते ही रहें 
ऐसा लगता है 
अगर कोई पूछे मुझसे 
क्या तुमने 
उन आँखों का दीदार किया है 
जो सबसे सुन्दर है 
तब मैं 
जरूर कहूँगा 
इन आँखों की सुन्दरता और गहराई का विकल्प 
और हो ही नहीं सकता 
हाँ मैने देखा है
मैं  कहीं बाहर से 
जब घर लौटता हूँ 
या अपने कक्ष से 
आँगन में निकलता हूँ 
तुम दौड़ कर 
मेरे पास आ जाती हो 
यह अनंत स्नेह 
तुम जो मुझ पर 
लुटाती हो 
न्यौछावर है 
इन पलों पर 
जीवन की हर व्यस्तता
बस तुम्हें महसूस करूँ 
तुमसे बातें करूँ 
तुम्हारे दिल के करीब रहूँ 
यही कामना है |
#असकरन_दास_जोगी
Comments
Post a Comment