बजाबोच

*#बजाबोच*

हम बजाथन
अउ बजाबो
कतको बजा
नहिते....
कतको के बाजा

चुनाव के बेरा हे
बढ़िया प्रचार चलत हे
कोनो नइ कहत हे
कोनो ल नइ देवन
सब बर हाँ,हव के
हुँकारू हे
कहत हें डारबो तोरेच म

दिनमान
रात हे बिकाल हे
लेना देना खूब
बड़हर के घर उतरत हे
लालच दे बर बंटावत हे
पइसा,दारू अउ लुगरा

गाड़ी मोटर के गर्राटा अड़बड़
गाँव के गली-गली
जेन हिरक के
पाँच बछर ल नइ आय रहिच
ओहू हर आ के पाँव परत हे
अउ कहत हे
कका....
एक बार अउ मउका दे देते

पंच,सरपंच,जनपद अउ जिला
अपन-अपन बाँटत हें
फेर अब जनता जागे बरोबर लागत हे
खाहीं कतको के...
अउ देहीं जेला देना हे

जेला सुनना हे सुनव
जेला गुनना हे गुनव
नइ सुनना हे त
कान म ठेठा बोज लव
हम तो बजाते आवत हन अउ बजाबोच |

*#असकरन_दास_जोगी*

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