हमारे प्रेम का कोई हद नही



तुम कैसी हो कोई क्यों कहता है
तुम सबसे अलग हो कोई क्यों कहता है
सब दिल कि ही तो बाते हैं
अपना ख़याल रखना कोई क्यों कहता है....?

तुम्हारे तानों से क्या होगा
हमारे बहानों से क्या होगा
जब था ही नही कुछ बीच में
बस प्रेम दिखाने से क्या होगा...??

हाथ मिले तो क्या
गले मिले तो क्या
जब प्रेम नही अन्दर
हम मिले तो क्या....???

रोने से अच्छा हस लो
चुप्पी से अच्छा कह लो
किसी पर द्वेष रखो नही
बस अपनी धार में बह लो...

खोने का कुछ डर नही
पाने का कोई ज़िद नही
ख़ुशियाँ है अपनी दामन में
हमारे प्रेम का कोई हद नही

#असकरन_दास_जोगी

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

दिव्य दर्शन : गिरौदपुरी धाम(छत्तीसगढ़)

पंथी विश्व का सबसे तेज नृत्य( एक विराट दर्शन )

खंजर