अपनी बिसात

 #अपनी_बिसात


अद्भुत,अद्वितीय,क़यामत

चाँद,हंसिनी और रातरानी 

क्या नहीं कहते होंगे तुम्हें ? 


तुम बहुत,बहुत सुन्दर हो 

ऐसा कहने वाला 

मैं पहला तो नही ? 


तुम सबसे अलग हो 

ऐसा मेरा कहना 

कुछ नया तो नहीं होगा ? 


तुम कैसी हो 

यूँ हाल पूछने वाले 

और भी तो होंगे ?


सपनो में सजाने वाले 

दिल में बसाने वाले 

पलकों में बिठाने वाले 

अज़ी होंगे हज़ारों...

हम तो सिर्फ चाहते हैं 


पता तो होगा ही 

अपनी बिसात बिन्दु के बराबर है 

पता है न...?

भला अरमान क्या पालें |


#असकरन_दास_जोगी

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