कौन प्रेम करे ?

 #कौन_प्रेम_करे ?


अब ठण्ड नही है पूस की रात में 

पता है क्यों ?

क्योंकि कोई होरी जबरा को लेकर 

अब खेत की रखवाली करने लायक रहा नहीं


हीरा और मोती 

दो बैलों से 

कौन प्रेम करे ?

झूरी जैसा किसान 

अब मिलता कहाँ है


जबरा बरसों से 

भौंक ही रहा है 

और होरी कहते फिर रहा है 

हम किसान कल भी पीड़ित थे और आज भी हैं 


कोई भी गया आज कल 

अपने साथ हीरा मोती को 

ले जाता नही 

हीरा और मोती 

झूरी के घर में ही 

दाने-दाने को तरस रहे हैं


प्रदेश में गौठान योजना फैल है 

केन्द्र के किसान बिल का विरोध हो ही रहा है

स्वामीनाथन कमिटी की सिफारिशें 

बंद पड़ी है....

सरकारी कमरे में 


जबरा कहीं न कहीं से 

अपने लिए जुगाड़ कर लेता है 

लेकिन... 

किसान और बैल सुरक्षित कहाँ हैं ?


#असकरन_दास_जोगी

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