पता हो उसे
#पता_हो_उसे
उसकी मुस्कान
और उसकी आँखों की
चमक के बिना...
सब कुछ सूना है
पता हो उसे
सूना पड़ा है
मेरा घर,मुहल्ला और मेरा गाँव
बिना सुने उसे
उसकी हँसी
और उसकी बातें
बड़े ठहराव के साथ
गूंज रहे हैं
मेरे कानों में
हम दोनों से हुआ
नज़रें मिलाना
और नज़रें चुराना
फिर देखकर एक दूसरे को
प्यार से मुस्कुराना
कोई कहे उसे
सूना-सूना लग रहा है
सुबह,शाम और रात |
#असकरन_दास_जोगी
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