जाड़ कब जाही
#जाड़_कब_जाही ?
मांघ लग गे
पूस भाग गे
हाथ गोड़ अभी ले ठिठुरत हे
बता दाई...
जाड़ कब जाही ?
जुन्ना लुगरा लुहंगी कपड़ा
खोज-खोज निकालत हे
जाड़ ल डरहवाय बर
हमर दाई गदरी बनावत हे
कपड़ा के रोम-रोम ल
छेद-छेद सुजी बुलकावय
मया के धागा म
गजब गदरी सिलावय
रोठ-मोठ ले
धीरे-धीरे दुबरावत हे
देखव-देखव...
गुढ़वा माढ़े गुटेरत हे
जाही कब जाड़
जब मैं पूछत हँव
सुनव संगी...
दाई मोला बतावत हे
राह फागुन ल अगोर
मांघ ल भागन दे
जाड़ जाही जीव जुड़ाही |
#असकरन_दास_जोगी
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