जाओगी ?

 #जाओगी...?


तुम्हें मेरी परछाई भी 

अगर रास नहीं आती 

तो कर लो किनारा...

वैसे भी हम मज़धार में ही हैं


हम डरते नहीं 

विपरीत धार से 

डूबेगा तो सिर्फ नाव

पता है...

हमने बचपन में ही 

तैरना सीख लिया था


तुम्हें आता नहीं 

वक्त की नज़ाकत को समझना

सुनो...समुन्दर की ख़ामोशी को 

खूब भाप लेते हैं 

हमें पता होता है...

तूफान किस ओर से और किस गति से आना है


प्रेम,चाह,सपनें,विश्वास और समर्पण 

सब तो दिया तुमको ही 

शायद मैं नहीं हूँ 

तुम्हारे लिए


जाओगी...?

तो चुपचाप चली जाना 

तुम्हें पता तो है न 

यही कि मैं जाने वालों से 

सवाल नहीं करता |


#असकरन_दास_जोगी

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