डरती है प्रेम में

 #डरती_है_प्रेम_में


बड़ी कड़वी बोलती है 

क्योंकि उसे सच कहना आता है 

झूठ नहीं 


उसे चने के पेड़ पर 

चढ़ाना नहीं आता 

खड़ूस जो ठहरी 


गुस्सा नाक पर रखती है 

उसकी नाक देखते ही 

पता चल जाता है 

यही कि कितने गुस्से वाली है


आप जिसे मर्यादा कहते हैं 

उसे भी लाँघ सकती है 

कारण आपका एक गलत व्यवहार 

आपके लिए उसे बदतमीज़ बना सकती है


बेधड़क है 

किन्तु डरती है प्रेम में 

भावाभिव्यक्ति से 

क्योंकि यह समय 

किसी का नहीं होता |


#असकरन_दास_जोगी

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