हौसला देखो
#हौसला_देखो
वह हमारे सामने
गुलाब लिए खड़ा है
और बार-बार पूछता है
किसे चाहिए....?
जिन्हें चाहिए वे हाथ बढ़ाकर
खूब उछल रहे हैं
कह रहे हैं हमें दो, हमें दो
और हम वहीं किनारे में
आज भी शांत बैठे हैं
एक सिध्दांत है
जो किस्मत में नहीं होता है
उसके लिए खूब मेहनत करो
और उसे प्राप्त करके दिखाओ
क्योंकि जो मुमकिन नहीं होता
वह नामुमकिन भी नहीं होता
लेकिन दूसरा सिध्दांत कहता है
जिसे हम चाहते हैं
जिसे हम सहेज नहीं सकते
जिनसे हमारी प्रकृति भिन्न है
हमसे जुड़कर उनका अहित हो सकता है
तो प्राप्त करने से अच्छा है
भावनाओं का तर्पण और समर्पण
किसी को भूलना
आसान नहीं होता
किन्तु समय
उसका महत्व खत्म कर देता है
और तब किसी के लिए किसी को
कोई फर्क नहीं पड़ता
गुलाब पौधे में ही अच्छे लगते हैं
गुलदस्ते में आप उसे
सिर्फ शाम तक सजा सकते हैं
सुबह होते ही कूड़ेदान में
इससे अच्छा...
देना ही है तो गुलाब का पौधा दो
हौसला देखो....
देने और लेने वाले का |
#असकरन_दास_जोगी
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