सुप्त ज्वालामुखी

 #सुप्त_ज्वालामुखी


नमक तो आप जानते ही हैं 

लोग जिसका उपयोग 

स्वादानुसार एवं आवश्यकतानुसार करते हैं

बस हमें वही समझ लो


तुमसे मैने सीखा है 

अपनी उसूलों को न बदलना 

किसी भी व्यक्ति को अपने लिए विशेष न मानना 

और सबसे बड़ी बात 

अपनी ज़िन्दगी अपने हिसाब से जीना 

मुझे प्रयास करना होगा 

इस रास्ते में चलने के लिए


मैने तुमसे कभी कहा नहीं 

यह कि तुम मुझसे प्रेम जताओ 

प्रेम तो महसूस करने वाली बात है 

किन्तु अब मैं महसूस करता हूँ कि 

तुम्हारे जीवन में 

मेरा कोई महत्व नहीं


सुनो... 

तुम मुझे नहीं समझती 

मैं तुम्हें नहीं समझता 

बस हम दोनों...

ऐसा ही समझते हैं 

लेकिन समझने के लिए 

साथी का साथ भी तो हो


और हाँ... 

क्या हुआ अगर 

तुम सिर्फ मेरे लिए बुरी हो 

कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए 

क्योंकि दुनिया की नज़र में 

तुम अच्छी हो

और तुम्हारी नज़र में मैं मूर्ख


कपास जैसा जलना था मुझे 

अंधेरे के लिए ऊजाला बनकर 

मेरा दर्द कोई क्या जाने 

खुद की ही आग में जल रहा हूँ मैं 

एक सुप्त ज्वालामुखी जैसा |


#असकरन_दास_जोगी

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